जेम्स बी स्मिथ
17 जुलाई, 2013
(अंग्रेजी से अनुवाद- न्यु एज इस्लाम)
अमेरिका में हम पहले पृथ्वी दिवस के मौक़े पर शुरू किए गए काम को आगे बढ़ाना जारी रखेंगे।
हर अप्रैल में पूरी दुनिया पृथ्वी दिवस मनाती है। सबसे पहले पृथ्वी दिवस अमेरिका में 1970 में आयोजित किया गया, जब 20 मिलियन अमरीकी पार्क और आडिटोरियम (सभागार) में प्रदूषण में वृद्धि और पर्यावरण में गिरावट पर ध्यानाकर्षिण कराने के लिए एकत्र हुए। उन्होंने एक स्वास्थ्य, बने रहने वाले पर्यावरण के लिए प्रदर्शन किया और ऐसा करके उन्होंने ने आधुनिक पर्यावरण आंदोलन की शुरुआत की। एक नई लोकप्रिय पर्यावरण जागरूकता 1970 में अमेरिकी सरकार के द्वारा पर्यावरण संरक्षण एजेंसी की स्थापना और एक आधुनिक कानून, 1970 के स्वच्छ वायु अधिनियम और 1972 के निर्मल जल अधिनियम लागू करने के कारण पैदा हुइ। उसने औसत नागरिकों के व्यवहार को बदलना शुरू कर दिया। 1970 में कुछ लोगों ने ही सोचा होगा कि आज अमेरिका की हवा और वहां का पानी कितना स्वच्छ और निर्मल होगा।
पृथ्वी दिवस अब अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण दिवस है। दुनिया के हर हिस्से के देश इस दिन पर्यावरण पर ध्यान देते हैं। इन देशों में कुछ ऐसे विविध और सुंदर वातावरण से समृद्ध हैं, जैसे कि सऊदी अरब। अब्हा के बर्फ और जंगलों से लेकर सुनसान इलाके तक ये देश समृद्ध है। सऊदी अरब ने सभी के आनंद लेने के लिए राष्ट्रीय पार्क की स्थापना सहित प्राकृतिक संग्रहालय के संरक्षण के लिए कई सकारात्मक कदम उठाए हैं।
हरमैन शरीफ़ैन (दो पवित्र मस्जिदों) के अभिरक्षक शाह अब्दुल्ला देश और दुनिया को पेश पर्यावरण की बढ़ती चुनौतियों से अच्छी तरह परिचित हैं। मैं उनकी मेहनत की तारीफ़ करता हूँ। परमाणु और अक्षय ऊर्जा के लिए शाह अब्दुल्ला सिटी की उनके द्वारा स्थापना, सऊदी अरब की बढ़ती हुई ऊर्जा मांग को पूरा करने के लिए स्वच्छ परमाणु और सौर ऊर्जा के लिए एक नई रणनीति की स्थापना का कारण बन रहा है। किंग अब्दुल अज़ीज़ सिटी फॉर साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी (KACST) सौर ऊर्जा से चलने वाले विलवणीकरण (Desalination) प्लांट पर काम कर रहा है और 2013 में अपना पहला टेस्ट संयंत्र खोलने की योजना बना रहा है। ये उत्कृष्ट संस्थान इन क्षेत्रों में ऊर्जा दक्षता को बेहतर बनाने के लिए काम कर रहा है जो देश के लिए महत्वपूर्ण है। दी नेशनल कमेटी फॉर क्लीन डेवलपमेंट मेकानिज़्म एक ऐसी नयी योजना शुरू करने जा रही है जो शक्तिशाली ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन को रोकते हुए कूड़ा भराव क्षेत्र में मीथेन गैस के उत्सर्जन को कम करेगा। सऊदी अरब के राष्ट्रीय संस्थान इस तरह प्रत्यक्ष रूप से इन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं जो बढ़ते संसाधनों की मांग को पर्यावरण अनुकूल तरीके से पूरा करेगा।
इसी तरह अमेरिका में हम पहले पृथ्वी दिवस के अवसर पर शुरू किए गए काम को आगे बढ़ाना जारी रखेंगे। राष्ट्रपति बराक ओबामा के प्रशासन ने ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने के लिए नई कोशिशें की हैं और स्वच्छ ऊर्जा और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने और नई घरेलू नीतियां तय की हैं। अमेरिकी गंभीर जलवायु परिवर्तन पर होने वाली वार्ता में प्रबलता से सक्रिय रहता है।
प्रदूषण के खतरे और प्राकृतिक संसाधनों की कमी के खतरे बहुत वास्तविक हैं। संसाधन का बढ़ता हुआ प्रयोग पर्यावरण की लागत को बढ़ा रहा है। जैविक ईंधन को जलाना सीधे तौर पर ग्लोबल वार्मिंग में योगदान देता है। वैज्ञानिकों को इस बात का यक़ीन है कि जलवायु परिवर्तन, वर्षा के पैटर्न, तापमान में वृद्धि, और आमतौर पर बहुत अप्रत्याशित और कठिन मौसम का कारण बनेगा। समुद्र की सतह में वृद्धि हो रही है। ये सऊदी अरब (और अमेरिका) के तटीय शहरों के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं। इन सभी देशों को इन खतरों को दूर करने के लिए काम करने की ज़रूरत होगी। यहां तक कि सऊदी अरब और अमेरिका जैसे अमीर देश ये महसूस करना शुरू कर सकते हैं कि जब संसाधनों को गँवाया गया तो उनके जीवन की गुणवत्ता घट गई।
ये देश इस समय दुनिया में सबसे कम पानी, बिजली, और ईंधन की कीमतों का का मज़ा ले रही है और इसके नागरिक इस तरह हरे भरे उद्यान, ठंडे घर और लम्बी गाड़ियों का मज़ा ले रहे हैं, जिसे एक समय में सोचा भी नहीं जा सकता था। हालांकि, सऊदी अरब की बढ़ती आबादी आने वाले वर्षों में उपलब्ध संसाधनों के लिए एक बड़ी चुनौती होगी। अगले 20 सालों में बिजली की मांग में तीन गुना इज़ाफ़ा होने की उम्मीद है। पानी की मांग में, विशेष रूप से स्वच्छ पानी की मांग में तेज़ी से वृद्धि होगी। ज़्यादा से ज़्यादा कारें सउदी अरब की सड़कों को पाट देंगी। मांग में इस वृद्धि की वास्तविक आर्थिक लागत होगी। जैसा कि नए बिजली संयंत्रों का निर्माण होता है, विलवणीकृत पानी के संयंत्रों का निर्माण हो रहा है और पुरे देश में नई सड़कों और राजमार्गों का जाल बिछ रहा है।
जबकि सरकार को इन गंभीर चुनौतियों से निपटना ज़रूरी है, कोई भी स्थायी सुधार, व्यक्तियों और व्यापारी वर्ग के व्यवहार में परिवर्तन के द्वारा ही आना चाहिए। व्यक्तियों के रूप में अपने बच्चों और पोते पोतियों के लिए इस ग्रह को बचाना हमारी ज़िम्मेदारी है। प्रयवरण की दिशा में जहां वास्तविक प्रगति हुई है वो घर पर माँ बाप और बच्चों के साथ शुरु होता है, स्कूल और कार्यस्थल पर, और सही चुनाव के लिए खुद को और अपने साथियों को दुबारा शिक्षा देकर और अपने आस पास के पर्.वरण को को बेहतर करने के लिए पहल के द्वारा होती है। जब घर खाली हो तो बिजली और दूसरे उपकरणों को बंद करके, दोपहर के समय लान में पानी न देकर हमें अपने हिस्से की ज़िम्मेदारी को पूरा करना होगा। हमारे संसाधनों इतेन क़ीमती हैं कि हम उन्हें बर्बाद नहीं कर सकते हैं। मुझे अपने सऊदी दोस्तों को बताने पर गर्व है कि हमारे दूतावास के कर्मचारी अपने घरों में सऊदी जल व बिजली मंत्रालय के द्वारा उपलब्ध कराए गए प्रभावी किट का उपयोग करते हैं। ये किट इस तरह डिज़ाइन किये गये हैं जो पानी के इस्तेमाल को औसत 30 प्रतिशत कम करते हैं और इस तरह नागरिकों को आम दिनों की तरह पानी के इस्तेमाल की इजाज़त देता है।
अमेरिका में हमारे नागरिक घरेलू क्षमता में सुधार के लिए उपाय कर रहे हैं - वो "पर्यावरण अनुकूल" कार (कम हानिकारक उत्सर्जन करने वाली कारें) खरीदते हैं। हमारी कंपनियों पर्यावर के अनुकूल इमारतों के द्वारा ऊर्जा के उपयोग में कमी कर रही हैं। हमारी सरकार सीधे तौर पर पर्यावरण अनुकूल अनुसंधान को सीधे तौर पर फण्ड और टैक्स में छूट देकर प्रोत्साहित कर रही है।
जैसा कि हम कई मामलों में करते हैं, सऊदी अरब और अमेरिका साथ मिलकर इन चुनौतियों का सामना करने के लिए काम कर सकते हैं। KACST और IBM के बीच सौर ऊर्जा के द्वारा पानी को विलवणीकृत करने के सहयोग को इसकी एक अच्छी मिसाल कह सकते हैं।
''यह एक ऐसा क्षण है जब हम इस ग्रह को बचाने के लिए एक दूसरे के करीब आना चाहिए'', राष्ट्रपति ओबामा ने ये कहकर बहुत अच्छी तरह से हमारे पर्यावरण के जिम्मेदार और रक्षक के रूप में काम करने की हमारी ज़रूरत को बयान किया।
पृथ्वी दिवस पर विचार करते हुए, हमारे पास अपने आसपास देखने और ये पूछने का अवसर है कि हम जिस पर्यावरण में रहते हैं उसको बेहतर करने के लिए हम क्या कर सकते हैं। इसके बाद व्यक्तियों, सरकारों, पृथ्वी के नागरिकों के रूप में उसके बारे में सोचें जो हम कर सकते हैं।
स्रोत: Arab News
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http://www.newageislam.com/islam-and-environment/environment--our-responsibility/d/4542
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