न्यू एज इस्लाम स्टाफ राइटर
उर्दू से अनुवाद न्यू एज इस्लाम
उदयपुर राजस्थान में नूपुर शर्मा के जरिये कथित तौर पर रसूल सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम
के अपमान के संदर्भ में होने वाले हौलनाक हत्या ने देश में बेचैनी पैदा कर दी है। पुरे
देश में अफ़सोस की लहर है और हर कोई इसकी निंदा कर रहा है। देश भर में मुस्लिम व्यक्तित्व
और संगठनों ने इसकी निंदा की है। इस घटना को अमानवीय और गैर इस्लामिक करार दिया है।
इसको देश की परम्परा के खिलाफ करार दिया है बल्कि इसे धार्मिक जुनून करार दिया है।
जिसकी किसी भी सभ्य समाज में कोई गुंजाइश नहीं है।
उदयपुर में नूपुर शर्मा के समर्थन में एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर दो लोगों
(दाएं) ने एक हिंदू दुकानदार (बाएं) की हत्या कर दी।
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मानवता के कातिल अमन के पैगम्बर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के दुश्मन: आल इंडिया
उलमा व मशाइख बोर्ड
उदयपुर की घटना मानवता को शर्मसार करने वाली
आल इंडिया उलमा व मशाइख बोर्ड के संस्थापक व अध्यक्ष और वर्ल्ड सूफी फोरम के चेयरमैन हज़रत सैयद मोहम्मद अशरफ कचौछवी ने उदयपुर में कन्हैया लाल के ह्त्या की घोर निंदा करते हुए हत्यारों को सख्त से सख्त सज़ा देने का मुतालबा किया है। उन्होंने कहा कि यह घटना पुरी मानवता के लिए शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि कातिल नबी के दुश्मन और पुरी मानवता के कातिल हैं क्योंकि कुरआन मजीद की सुरह मायदा में अल्लाह पाक फरमाता है कि जिसने किसी एक इंसान को क़त्ल किया जैसे उसने पुरी मानवता को क़त्ल क्या और जिसने एक इंसान की जान बचाई उसने पुरी मानवता को बचाया। अब किस तरह किसी इंसान के क़त्ल को जायज़ ठहराया जा सकता है, यह सीधे तौर पर कुरआन की शिक्षा के खिलाफ है।
जैसा कहा जा रहा है कि जिस शख्स की हत्या की गई उसने गुस्ताखे रसूल नूपुर शर्मा का समर्थन किया था जिसकी वजह से दरिंदा सिफत और हिंसक सोच रखने वालों ने नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम और कुरआन की शिक्षाओं को अनदेखा करते हुए कानून को अपने हाथ में लिया और एक असहनीय अपराध किया जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है। यह सीधे तौर पर नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम से दुश्मनी है जिसे नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के नाम से किया जा रहा है।
उन्होंने सरकार से इन आरोपियों को सख्त से सख्त सज़ा देने का मुतालबा किया है और यह भी कहा है कि सरकार नूपुर शर्मा को जल्द से जल्द गिरफ्तार करे ताकि हमारे देश में अशांति फैलाने की साज़िश में नौजवानों को उकसाने वालों को सफल न किया जा सके। अपने आपको दावते इस्लामी का सदस्य कहने वाले इस बेरहम कातिल की तहकीक होनी चाहिए कि इसे ऐसे ज़ुल्म की फ़िक्र और शिक्षा किसने दी, कौन लोग हैं जो देश का अमन तबाह करना चाहते हैं।
मुसलमानों के लिए नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की शान उनकी जान से बढ़ कर है और यकीनन मुसलमानों को नूपुर शर्मा के उस बयान से शदीद दुःख पहुंचा है जिसकी वजह से नाराज़ हैं इस्लाम किसी की जान लेने की इजाज़त नहीं देता और ऐसा करने वाले खुद नबी के गुस्ताख हैं क्योंकि उनकी वजह से नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की शिक्षा पर उंगलियाँ उठेंगी, इसलिए कानून को हाथ में लिए बिना संवैधानिक तरीके से अपनी बात करनी चाहिए और सरकार को भी धर्म के खिलाफ टिप्पणी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, इसमें कोई दस्ती नहीं होनी चाहिए।
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उदयपुर की घटना अत्यंत अफसोसनाक और निंदनीय: जमीयते उलमा ए हिंद
जमीयते उलमा ए हिंद के जनरल सेक्रेटरी मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने उदयपुर में कथित तौर से रसूल सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के अपमान के संदर्भ में हत्या के हुए घटना को बहुत ही अफसोसनाक और हर तरह से निंदनीय बताया है। उन्होंने कहा कि इस घटना को जिसने भी अंजाम दिया है, उसको किसी भी तरीके से सहीह नहीं ठहराया जा सकता, यह देश के कानून और हमारे धर्म के खिलाफ है। हमारे देश में कानून का निज़ाम है, किसी शख्स को ज़ाती तौर से कानून को हाथ में लेने का हरगिज़ हरगिज़ इख्तियार नहीं है।
मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने इस मौके पर देश के तमाम नागरिकों से अपील की है कि वह अपने भावानाओं को काबू में रखें और देश के अंदर अमन व अमान कायम रखने में अपना किरदार अदा करें।
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जमीयते उलेमा ए हिंद के अध्यक्ष महमूद असद मदनी ने उदयपुर में एक गैर मुस्लिम टेलर मास्टर के कत्ल और उसके बाद हत्यारों की ओर से वीडियो बना कर जायज़ ठहराने को मानवता के नाम पर कलंक और इस्लाम धर्म को बदनाम करने वाला अमल करार दिया है। मौलाना मदनी ने कहा यह घटना जिस किसी भी शख्स के जरिये अंजाम दिया गया हो, देश के कानूनी निज़ाम के लिए बड़ा चैलेंज और शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि किसी को कानून हाथ में लेने का इख्तियार नहीं है।
मौलाना मदनी ने कहा कि जमीयत उलमा ए हिंद हर तरह की हिंसात्मकता के खिलाफ है और मांग करती है कि बिना धर्म और संप्रदाय का अंतर किये ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। यह बहुत ही अफ़सोस का मकाम है कि शरपसंदों और फिरका परस्त तत्वों के सिलसिले में कानून लागुन करने वाली एजेंसियों का रवय्या जानिबदाराना होता है, जिसकी वजह से इस तरह के हालात सामने आते हैं। यह बहुत आवश्यक है कि यह घटना हो या इससे पहले इहानते रसूल सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का सानेहा हो, सरकारें चाक व चौबंद हो कर इबरतनाक कार्रवाई अंजाम दें ताकि ऐसी मानसिकता फल फूल न सके।
मौलाना मदनी ने इस मौके पर देश के सभी लोगों से अमन व अमान कायम रखने की विशेष अपील की है और कहा कि फिरका वारीयत के खिलाफ बिना धर्म व संप्रदाय के भेदभाव के हर वर्ग के लोग खड़े हों।
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मौलाना सैफुल्लाह मंजर ने कहा कि उदयपुर राजस्थान में आज जो कुछ हुआ वह बहुत ही शर्मनाक और गैर मज़हबी हरकत है। इस्लाम कभी भी इस तरह की दरिंदगी और निर्मम हत्या की हरगिज़ हरगिज़ इजाज़त नहीं देता है। मैं इसकी पुजोर निंदा करता हूँ और वहाँ की सरकार और प्रशासन से आरोपियों के खिलाफ सख्त सज़ा की मांग करता हूँ।
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डॉक्टर रज़ीउल इस्लाम नदवी ने कहा कि उदयपुर में हत्या की जो घटना पेश आई है उसने भारतीय मुसलमानों के मसलों में इजाफा कर दिया है और इस्लाम की भी बहुत गलत तर्जुमानी की है। कितनी अजीब बात है कि मुसलमान कोई काम अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की मोहब्बत के दावे के साथ अंजाम दे और वह काम ऐसा हो जो अल्लाह और उसके रसूल सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम को नाराज़ करने वाला हो और उनके गुस्से को भड़काने वाला हो।
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जैनुल्लाह निजामी चेयरमैन गौसिया फलाहे मिल्लत फाउंडेशन रजिस्टर्ड देहली ने कहा कि यह एक कड़वी हकीकत है कि इस देश में धर्म के आधार पर हज़ारों क़त्ल व गारतगरी हुई है। लेकिन आज जिस तरह मीडिया मज़हबी रंग दे कर अफवाहों का बाज़ार गर्म कर रही है यह भविष्य के लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकता है। 2014 में गाए के नाम पर 64 क़त्ल का केस सामने आया था और बाकायदा जय श्रीराम के नारे के साथ घटना पेश आया है। इसके बाद दाढ़ी टोपी के मामले में लगभग 20 गह्तना पेश आया था और देश में जितने भी दंगे फसाद हुए हैं उसमें मुसलमानों का कत्ले आम और माली नुक्सान हुआ है कहीं न कहीं मज़हबी द्वेष के साथ हुआ है। हम उदयपुर मामले की सख्त निंदा करते हैं लेकिन यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि मिडिया का इस तरह मुसलमानों के खिलाफ साजिशें व ज़हर उगलना भविष्य के लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए टीवी चैनल प्रोग्रामों में शिरकत से बचें और बाकायदा तौर पर सामूहिक प्रयासों से मुसलमानों के जान व माल के सुरक्षा के लिए हिफाजती इकदामात शुरू कर दिए जाएं।
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आल इंडिया मुस्लिम मजलिसे मुशावरत
आल इंडिया मुस्लिम मजलिसे मुशावरत ने अपने बयान में कहा कि जो लोग इस्लाम के पैगम्बर से मोहब्बत का दावा कर के ऐसे अप्राद में लिप्त हो रहे हैं उन्हें कानून के मुताबिक़ सख्त तरीन सजाएं दी जानी चाहिए। उदयपुर की घटना गैर इस्लामी है और नफरत फैलाने वाले तकरीरों का नतीजा है।
मौलाना सैफुल्लाह मंज़र ने कहा कि उदयपुर राजस्थान में आज जो कुछ हुआ वह बहुत ही शर्मनाक और अधार्मिक हरकत है। इस्लाम कभी भी इस तरह की दरिंदगी और निर्मम हत्या की हरगिज़ हरगिज़ इजाज़त नहीं देता है। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूँ। और वहाँ की सरकार और प्रशासन से आरोपियों के खिलाफ सख्त सज़ा की मांग करता हूँ।
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मसूद बैग ने कहा कि उदयपुर में नफरती ट्वीट करने वाली और नफरती भाषा बोलने वाली भाजपा की प्रवक्ता (पार्टी से बाहर मगर कानूनी पकड़ से आज़ाद) नूपुर शर्मा की हिमायत करने वाले टेलर की निर्मम हत्या इस्लाम की शिक्षाओं के बिलकुल खिलाफ है। इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है। हम भारत के मुसलमान उन कातिलों और उन जैसे कातिलों और नफरत फैलाने वालों को सख्त से सख्त और जल्द से जल्द सज़ा दिए जाने की मांग करते हैं। हमारे भारत में पिछले आठ दस सालों से नफरत की राजनीति और और उससे उपजे नफरत के कल्चर को जिस कदर बढ़ावा मिला है उसकी मिसाल दुनिया में मिलनी मुश्किल है। नफरत नफरत को जन्म देती है। कुछ समय पहले सीनियर कांग्रेसी लीडर शशी थरूर ने सहीह चेताया था और आने वाले हालात और खतरात से मोदी हुकूमत और अवाम को आगाह किया था, वह सच साबित हो गया है। एक सभ्य समाज में नफरती राजनीति क़त्ल व गारतगरी इंसानियत पर बहुत बड़ा दाग है। सरकार और न्यायालय को ऐसे मामलों की सुनवाई और जल्द से जल्द सज़ा दिलाने की संवैधानिक जिम्मेदारी बनती है।
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उदयपुर घटना की जितने कड़े शब्दों में निंदा की जाए कम होगा: अजमेर दरगाह ख्वाजा
गरीब नवाज़ के सज्जादा नशीं शैख़ अल मशाइख दीवान सैयद जैनुल आबेदीन
नूपुर शर्मा विवाद के कारण उदयपुर में जो कुछ हुआ, उस घटना की जितने कड़े शब्दों में निंदा की जाए कम होगा। ऐसी घटना की इजाज़त ने तो इस्लाम देता है न ही कुरआन देता है और न ही इस्लाम के पैगम्बर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की शिक्षाओं में इसकी कोई गुंजाइश है। इन खयालात का इज़हार अजमेर की दरगाह ख्वाजा गरीब नवाज़ के सज्जादा नशीं शैखुल मशाइख दीवाने सैयद जैनुल आबेदीन ने किया।
उन्होंने खा कि मैं भारत के हिंदुओं और दुसरे तमाम मज़हबों के मानने वालों से अपील करता हूँ कि देश में एकता को कायम रखें। इसकी एकता को सलामत रखें क्योंकि इस घटना का इस्लाम की शिक्षाओं, कुरआन की शिक्षाओं और इस्लाम के पैगम्बर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की शिक्षाओं से कोई संबंध नहीं है यह जो कुछ भी किया है बहुत ही अफसोसनाक और अमानवीय है।
मेरी आप सब से अपील है कि अमन व अमान कायम रखें और देश में शांति बनाए रखें
इसके साथ मैं यह भी कहना चाहूँगा कि हम देश में तालिबानी सभ्यता नहीं आने देंगे
क्योंकि ऐसी घटना से न केवल इस्लाम बदनाम होता है बल्कि माहौल खराब होता है और इत्तेहाद और एकता के साथ सांप्रदायिक सद्भाव प्रभावित होती है।
मैं सरकार से अपील करता हूँ कि इन आरोपियों को सख्त से सख्त सज़ा दी जाए। हमारा देश हमेशा दुनिया के लिए एक मिसाल रहा है हमारी गंगा जमुनी सभ्यता हमारा धरोहर है हम इसको गंवा नहीं सकते।
इस पुरे हमले की वीडियो भी सामने आ गई है याद रहे कि यही नहीं आरोपियों ने घटना के बाद सोशल मीडिया पर पोस्ट कर के क़त्ल की जिम्मेदारी भी कुबूल की है। कातिल अपने का नाप देने के बहाने दुकान में दाखिल हुआ और कन्हैया लाल का क़त्ल कर डाला।
प्रोफ़ेसर अख्तरुल वासे, इस्लामिक स्कालर ने कहा कि यह बहुत तकलीफ देह है, बहुत अफसोसनाक है। यह ख्याल रखना चाहिए कि हिंसा कीसी भी मसले का हल नहीं है। हिंसा का सहारा कमज़ोर लोग लेते हैं] । हमें इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि हमारी तरफ से कोई ऐसी कार्रवाई न हो जिससे देश का अमन व अमान और खुद मुसलमानों का सब्र व सुकून बर्बाद हो। मैं अपील करूँगा उन तमाम लोगों से, जो उदयपुर में हिंसा में शामिल हैं, या हिंसा का शिकार हुए हैं, वह बहर हाल सब्र व सुकून से काम लें। एहतियात से काम लें और अमन व मां को बर्बाद न होने दें।
प्रोफ़ेसर अख्तरुल वासे ने मज़ीद कहा कि यह इंसानियत के हर कायदे और कवानीन के हवाले से गलत है। भारत का संविधान इस तरह की किसी गैर जिम्मेदाराना कार्य की अनुमति नहीं देता है। हमें अगर किसी से शिकायत है तो देश के कानून का सहारा लेना चाहिए। हमें देश का जो अदलिया का निज़ाम है, उससे मदद मांगनी चाहिए अपने हाथ में कानून नहीं लेना चाहिए।
मुफ़्ती मंज़ूर जियाई ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि देश एक अलग दिशा में जा रहा है और लोग अलग दिशा में जा रहे हैं। यही कारण है कि ऐसी घटना सामने आई। जो लोग कानून हाथ में ले रहे हैं, सरकार को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
मुफ़्ती ज़्याई ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई हो, हम ऐसी हरकतों की निंदा करते हैं। हमारा देश कानून से चलता है, किसी को भी कानून को हाथ में लेने का इख्तियार नहीं है। कानून के राज को दोबाला करना चाहिए।
मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने इसकी कड़ी निंदा करते हुए सख्त कारवाई का मुतालबा किया है, ताकि दोबारा ऐसा कदम न उठाया जाए। उन्होंने देश में अमन बरकार रखने की भी अपील की। इस्लाम के पैगम्बर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने दुश्मनों को माफ़ किया। मौलाना फिरंगी महली ने कहा कि नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने यह भी फरमाया है कि समाज के हर फर्द के साथ प्यार व मोहब्बत के साथ अच्छे माहौल में रहना चाहिए।
किसी शख्श पर ज़ुल्म व ज़्यादती नहीं होनी चाहिए। इस्लाम के पैगम्बर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने अपने बड़े से बड़े दुश्मनों को भी माफ़ किया। इसलिए सबसे अपील है कि देश में अमन व सुकून बरकार रखें। उदय पुर जैसी घटना अंजाम देने का हक़ किसी को नहीं है।
दारुल उलूम फिरंगी महली के प्रवक्ता मौलाना सुफियान निजामी ने कहा कि राजस्थान के उदयपुर से जिस तरह का भयावह और अफसोसनाक मामला सामने आया है हम उसकी निंदा करते हैं। हमारे देश में कानून है, संविधान है, अगर किसी को अपना एतेराज़ दर्ज कराना है तो कानून और संविधान ने उसे हक़ दिया है। सरकारों (सरकार) तक अपनी बात पहुंचाने के तरीके हैं। संविधान और कानून को हाथ में ले कर किसी को भी ऐसी घटना कने का हक़ नहीं दिया गया। इसलिए हम सरकार से मांग करते हैं कि जो भी हो आरोपियों को सख्त तरीन सज़ा दी जाए। ताकि आने वाले समय में ऐसी मिसालें देखने को न मिले।
जमाते इस्लामी ने की निंदा
जमाते इस्लामी हिंद ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है। ट्विटर पर एक बयान में जमाते इस्लामी हिंद की तरफ से कहा गया है कि उदयपुर की घटना वहशियाना, असभ्य और इस्लाम में हिंसा के जवाज़ की कोई गुंजाइश नहीं है। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं। कोई भी नागरिक कानून को अपने हाथ में न ले। कानून की बालादस्ती होने दें।
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मुंबई के मुमताज़ आलिमे दीन मौलाना ज़हीर अब्बास रजवी साहब ने उदयपुर के इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की। उन्होंने कहा कि यह गैर इंसानी हरकत है जिसकी इस्लाम और कुरआन में कोई गुंजाइश नहीं। उन्होंने कहा कि यह बर्दाश्त के काबिल नहीं है हमको इस बात को समझना होगा यह मसले का हल नहीं है। इससे सांप्रदायिक माहौल पर असर पड़ सकता है। मैं अपील करता हूँ हर किसी से कि वह अमन व अमान कायम रखें। कोई कानून अपने हाथ में न ले। यह हरकत बहुत ही खौफनाक है और इसकी सख्त से सख्त शब्दों में निंदा की जानी चाहिए।
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उदयपुर में इंसानियत का खून शर्मनाक, इस्लाम और इंसानियत के खिलाफ: उलमा ए राजस्थान
राजस्थान के उलमा ने कहा उदयपुर में इंसानियत का खून शर्मनाक, इस्लाम और इंसानियत के खिलाफ। उलमा ने पुजोर अलफ़ाज़ में कहा। इस्लाम में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं।
राजस्थान के उलमा ने उदयपुर में एक नौजवान के क़त्ल की यह कह कर कड़े शब्दों में पुरजोर निंदा की है कि एक नौजवान का क़त्ल इंसानियत का खून होने के बारबर और बहुत शर्मनाक करतूत है। यह इस्लाम और इंसानियत के बरखिलाफ बड़ा ही खराब काम किया गया है। आवाज़ दी वाइस उर्दू ने इस विषय पर जब उलमा से गुफ्तगू की तो उन्होंने हिंसा को सख्त शब्दों में शर्मनाक और हर लिहाज़ से गलत बताया।
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इस्लाम में हिंसा के लिए जगह नहीं: मुफ़्ती आज़म राजस्थान मौलाना शेर मोहम्मद
मुफ़्ती आज़म राजस्थान मौलाना शेर मोहम्मद ने कहा कि अल्लाह पाक को हिंसा पसंद नहीं है। इस्लाम में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। इस्लाम तो कहता है कि ज़मीन पर खून खराबा मत करो। मानवता और अमन ही सिराते मुस्तकीम है। उन्होंने कहा कि उदयपुर में यह काम मानवता के खिलाफ हुआ है। अमन, खुलूस व मोहब्बत ही मुकम्मल हयात का जाब्ता है। खून खराबा करने से कुछ भी हासिल नहीं होगा। मुफ़्ती राजस्थान ने कहा कि इंसान की ज़िन्दगी इतनी सस्ती नहीं है कि इसे इतनी बेदर्दी से मार दिया जाए। यह बहुत शर्मनाक और अफसोसनाक है।
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उदयपुर में नौजवान का क़त्ल बहुत अफसोसनाक: पीर अबुलहसन मीनाई चिश्ती
पीर अबुलहसन मीनाई चिश्ती ख्वाजा अब्दुल्लतीफ़ शाह नजमी सुलेमानी चिश्ती दरगाह के नाज़िमे आला पीर कारी मोहम्मद अबुलहसन मोहम्मद मीनाई चिश्ती ने कहा कि उदयपुर में एक युवक का क़त्ल बहुत अफसोसनाक है और इसकी जितनी ज़्यादा निंदा की जाए, कम है। हिन्दू मुस्लिम एकता की सरज़मीन भारत के राज्य राजस्थान में खून खराबा करना बहुत बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि हर इंसान को हंसी ख़ुशी पुरसुकून ज़िन्दगी गुज़ारने का पूरा हक़ है। इस्लाम में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है।
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खुबसूरत उदयपुर में हिंसा बदनुमा दाग: मोहम्मद अतीक मारवाड़ मुस्लिम एजुकेशनल एंड
वेलफेयर सोसाइटी
मोहम्मद अतीक मारवाड़ मुस्लिम एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी के सी ई ओ और उपाध्यक्ष मोहम्मद अतीक ने कहा कि पर्यटन के लिए दुनिया भर में मशहूर है। यह झीलों का शहर है। राजस्थान की जन्नत उदयपुर खुबसूरत शहर उदयपुर में बदसूरत हिंसा एक बदनुमा दाग है। उन्होंने कहा कि अहिंसा ही इस्लाम और इंसानियत का हकीकी रास्ता है। इंसान का इंसान से भाईचारा हर हाल में कायम रहना चाहिए। मोहम्मद अतीक ने कहा कि इस्लाम किसी का खून करना और झगडा फसाद पसंद नहीं करता। गंगा जमुनी सभ्यता और सांप्रदायिक सौहार्द ही भारत, राजस्थान और इस्लाम की असल पहचान है। अगर कोई गलत बयानी करे तो उसके लिए शिकायत की जा सकती है। देश का कानून हाथ में नहीं लेना चाहिए।
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उदयपुर में नौजवान का क़त्ल इंसानियत और इस्लाम के खिलाफ: शहर क़ाज़ी जोधपुर
शहर क़ाज़ी जोधपुर वाहिद अली ने कहा कि भारत एक खुबसूरत गुलशन है और राजस्थान में बहुत से धर्मों के मानने वाले लोग बरसों से खुशबु से महकते हुए फूलों की तरह मिल जुल कर रहते आए हैं। उदयपुर में एक युवक का क़त्ल इंसानियत के बरखिलाफ है। उन्होंने कहा कि राजस्थान उदयपुर का आम आदमी अमन पसंद नागरिक है और वह सुकून के साथ जिंदगी गुज़र बसर करना चाहता है। इससे पर्यटन का व्यापार भी प्रभावित होगा।
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शाहजहानी जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने उदयपुर में एक गैर मुस्लिम टेलर मास्टर के कत्ल पर प्रतिक्रिया व्यक्त किया। उन्होंने इस मामले को घिनावना अपराध करार देते हुए इंसानियत के नाम पर बदनुमा दाग और इस्लामी शिक्षाओं के खिलाफ करार दिया।
उन्होंने कहा कि उदयपुर में दिलखराश, घिनावने क़त्ल ने इंसानियत को हिला कर रख दिया। कन्हैया लाल नाम के शख्स को रियाज़ और गौस नाम के दो लोगों के हाथों क़त्ल किये जाने का गैर इंसानी घटना और वह भी हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के नाम पर न केवल बुजदिली बल्कि खिलाफे इस्लाम, गैर कानूनी इंसानी फेल है। मैं अपनी और भारत के मुसलमानों की तरफ से, पुरी शिद्दत के साथ इस काम की निंदा करता हूँ।
इस्लाम अमन व आश्ती का मज़हब है। अल्लाह के नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की ज़िन्दगी हमदर्दी, रवादारी, सखावत और इंसान दोस्ती की अनगिनत मिसालों से भरी पड़ी है। जो लोग इस वहशियाना कार्य के मुर्तकिब हुए, अगर वह हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की सीरत व किरदार का अध्ययन करते और उन्हें कुरआन व शरीअत से अच्छी तरह वाकफियत होती तो वह इस घिनावने अपराध के मुर्तकिब न होते।
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